प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पाकिस्तान सीमा पर अपनी टैंक सजाए रह गया और हम ऊपर से उस पार पहुंच गए। पुलवामा हमले के बाद भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक करके आतंक के आकाओं उस भाषा में समझाया जो भाषा वो समझते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर भारत की पूर्व की सरकारों ने पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया होता तो ये नौबत नहीं आती। उन्होंने इसी बहाने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि 26/11 हमले के बाद सेना का खून गरम था लेकिन दिल्ली सरकार ठंडे बिस्तर में पड़ी रही।
पीएम मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि कैसे सर्जिकल स्ट्राइक को प्लान किया गया था, क्या-क्या इसमें परेशानियां थी और किस तरह से इसे अंजाम दिया गया। पीएम ने कहा कि इस ऑपरेशन की कामयाबी या नाकामी से ज्यादा फिक्र जवानों की सुरक्षा को लेकर थी।
सर्जिकल स्ट्राइक पर पूछे गए सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “भारत का चरित्र अजेय रहने का है। विजयी रहने का है लेकिन किसी के हक़ को छीनना ये भारत का चरित्र नहीं है। लेकिन जब कोई टेररिज़्म एक्सपोर्ट करने का उद्योग बनाकर बैठा हो, मेरे देश के निर्दोष नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया जाता हो, युद्ध लड़ने की ताक़त नहीं है। पीठ पर वार करने के प्रयास होते हों तो ये मोदी है, उसी भाषा में जवाब देना जानता है।”